नस्लें
भारत समृद्ध जैव-विविधता युक्त बड़ी देशी गोवंशीय आबादी वाला देश है । यहां गाय की 50 तथा भैंसों की 17 सुपरिभाषित नस्लें हैं । कठोर जलवायु परिस्थितियों में स्व-अनुकूलन के कारण जीवित रहना, खराब गुणवत्ता वाले आहार एवं चारे पर उत्पादन की योग्यता, रोगों के प्रति प्रतिरोधक दक्षता इत्यादि गुणों के कारण कई पीढ़ियों में इन नस्लों का विकास हुआ है । कुछ देशी नस्लों के वयस्क नर पशु अपने भारवाही गुणों के लिए जाने जाते हैं । इस प्रकार ये देशी नस्लें हमारे वर्तमान कृषि जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल हैं और उनमें गर्म जलवायु में होने वाले रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता उपलब्ध है और वे कम एवं खराब गुणवत्ता के आहार तथा चारा संसाधनों पर जीवित रह सकती हैं और दूध का उत्पादन कर सकती हैं । इन नस्लों में से कुछ नस्लें अपने अधिक दूध और फैट (वसा) उत्पादन के लिए जानी जाती है । हालांकि चयन के अभाव में समय के साथ इन पशुओं की उत्पादन क्षमता कम हो गई है।
इस प्रकार की नस्लों की संख्या में कमी का प्रमुख कारण इनकी उत्पादकता में कमी का आना है जो कि किसानों के लिए लाभकर नहीं है । इसलिए दूध के उत्पादन हेतु इन नस्लों की आनुवंशिक क्षमता में वृद्धि करने में ही इसका समाधान निहित है । इस दिशा में व्यवस्थित प्रयासों से न केवल इन नस्लों की उत्पादकता बढ़ेगी, बल्कि इससे उनकी पुन: हानि को भी रोका जा सकेगा ।
विकास एवं संरक्षण के दोहरे उद्देश्यों के साथ, एनडीडीबी विभिन्न एजेंसियो के माध्यम से चुनी हुई देशी नस्लों की आनुवंशिक गुण में वृद्धि संबंधी कार्यक्रमों को चला रही है । इनके द्वारा गाय-भैंसों की हमारी देशी नस्लों की उत्पादकता में वृद्धि होने की संभावना है ।
भारत में गाय की नसलें:
| 
 क्रम सं.  | 
 नस्ल  | 
 प्रजनन क्षेत्र  | 
 
 मुख्य उपयोग  | 
| 
 1  | 
 अमृतमहल  | 
 कर्नाटक  | 
 परिवहन और भारवहन  | 
| 
 2  | 
 बाचौर  | 
 बिहार  | 
 भारवहन  | 
| 
 3  | 
 बद्री  | 
 उत्तराखंड  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 4  | 
 बारगुर  | 
 तमिलनाडु  | 
 भारवहन  | 
| 
 5  | 
 बेलाही  | 
 हरियाणा और चंडीगढ़  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 6  | 
 बिंझारपुरी  | 
 ओड़िशा  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 7  | 
 डागरी  | 
 गुजरात  | 
 भारवहन  | 
| 
 8  | 
 डांगी  | 
 महाराष्ट्र और गुजरात  | 
 भारवहन  | 
| 
 9  | 
 देवनी  | 
 महाराष्ट्र और कर्नाटक  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 10  | 
 गंगातीरी  | 
 बिहार और उत्तर प्रदेश  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 11  | 
 गावलावो  | 
 महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 12  | 
 घुमसारी  | 
 ओड़िशा  | 
 भारवहन  | 
| 
 13  | 
 गिर  | 
 गुजरात  | 
 दूध  | 
| 
 14  | 
 हल्लिकर  | 
 कर्नाटक  | 
 भारवहन  | 
| 
 15  | 
 हरियाना  | 
 हरियाणा  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 16  | 
 हिमाचली पहाड़ी  | 
 हिमाचल प्रदेश  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 17  | 
 कांगेयम  | 
 तमिलनाडु  | 
 भारवहन  | 
| 
 18  | 
 कांकरेज  | 
 गुजरात और राजस्थान  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 19  | 
 केंनकाथा  | 
 उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश  | 
 भारवहन  | 
| 
 20  | 
 खरियार  | 
 ओड़िशा  | 
 भारवहन  | 
| 
 21  | 
 खैरीगढ़  | 
 उत्तर प्रदेश  | 
 भारवहन  | 
| 
 22  | 
 हिल्लार  | 
 महाराष्ट्र और कर्नाटक  | 
 भारवहन  | 
| 
 23  | 
 कोकन कपिला  | 
 महाराष्ट्र  | 
 भारवहन  | 
| 
 24  | 
 कोसाली  | 
 छत्तीसगढ़  | 
 भारवहन  | 
| 
 25  | 
 कृष्णा वैली  | 
 कर्नाटक और महाराष्ट्र  | 
 भारवहन  | 
| 
 26  | 
 लद्दाखी  | 
 जम्मू-कश्मीर  | 
 भारवहन  | 
| 
 27  | 
 लखीमी  | 
 आसम  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 28  | 
 मालनाद गिद्दा  | 
 कर्नाटक  | 
 भारवहन  | 
| 
 29  | 
 मालवी  | 
 मध्य प्रदेश  | 
 भारवहन  | 
| 
 30  | 
 मेवाती  | 
 राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश  | 
 भारवहन  | 
| 
 31  | 
 मोटू  | 
 ओड़िशा  | 
 भारवहन  | 
| 
 32  | 
 नागौरी  | 
 राजस्थान  | 
 भारवहन  | 
| 
 33  | 
 नारी  | 
 गुजरात और राजस्थान  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 34  | 
 निमाड़ी  | 
 मध्य प्रदेश  | 
 भारवहन  | 
| 
 35  | 
 ओंगोल  | 
 आंध्र प्रदेश  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 36  | 
 पोनवार  | 
 उत्तर प्रदेश  | 
 भारवहन  | 
| 
 37  | 
 पोडा थिरूपू  | 
 तेलंगाना  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 38  | 
 पुलिकुलम  | 
 तमिलनाडु  | 
 भारवाहन एवं खेल (जल्लीकट्टू)  | 
| 
 39  | 
 पुंगनूर  | 
 आंध्र प्रदेश  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 40  | 
 पूर्णिया  | 
 बिहार  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 41  | 
 राठी  | 
 राजस्थान  | 
 दूध  | 
| 
 42  | 
 रेड कंधारी  | 
 महाराष्ट्र  | 
 भारवहन  | 
| 
 43  | 
 रेड सिंधी  | 
 उड़ीसा, तमिलनाडु, बिहार, केरल और असम  | 
 दूध  | 
| 
 44  | 
 साहीवाल  | 
 पंजाब और राजस्थान  | 
 दूध  | 
| 
 45  | 
 श्वेत कपिला  | 
 उत्तर और दक्षिण गोवा  | 
 दूध  | 
| 
 46  | 
 सिरी  | 
 सिक्किम और पश्चिम बंगाल  | 
 भारवहन  | 
| 
 47  | 
 थारपारकर  | 
 गुजरात और राजस्थान  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 48  | 
 थुथो  | 
 नागालैंड  | 
 भारवहन और मांस  | 
| 
 49  | 
 अम्बलाचेरी  | 
 तमिलनाडु  | 
 भारवहन  | 
| 
 50  | 
 वेचूर  | 
 केरल  | 
 दूध और खाद  | 
(स्रोतः एनबीएजीआर; http://14.139.252.116/agris/breed.aspx)
भारत में भैंस की नस्लें :
| 
 क्र.सं.  | 
 नस्ल  | 
 प्रजनन क्षेत्र  | 
 मुख्य उपयोग  | 
| 
 1  | 
 बन्नी  | 
 गुजरात  | 
 दूध  | 
| 
 2  | 
 बारगुर  | 
 तमिलनाडु  | 
 दूध और खाद  | 
| 
 3  | 
 भदावरी  | 
 उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 4  | 
 छत्तीसगढ़ी  | 
 छत्तीसगढ़।  | 
 भारवहन, दूध और मांस  | 
| 
 5  | 
 चिलिका  | 
 ओड़िशा  | 
 भारवहन और दूध  | 
| 
 6  | 
 गोजरी  | 
 हिमाचल प्रदेश और पंजाब  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 7  | 
 जाफराबादी  | 
 गुजरात  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 8  | 
 कालाहांडी  | 
 ओड़िशा  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 9  | 
 ल्यूट (स्वैम्प)  | 
 असम  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 10  | 
 मराठवाड़ी  | 
 महाराष्ट्र  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 11  | 
 मेहसाना  | 
 गुजरात  | 
 दूध  | 
| 
 12  | 
 मुर्रा  | 
 हरियाणा और दिल्ली  | 
 दूध  | 
| 
 13  | 
 नागपुरी  | 
 महाराष्ट्र  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 14  | 
 नीली रावी  | 
 पंजाब  | 
 दूध  | 
| 
 15  | 
 पंढरपुरी  | 
 महाराष्ट्र  | 
 दूध  | 
| 
 16  | 
 सुरती  | 
 गुजरात  | 
 दूध और भारवहन  | 
| 
 17  | 
 टोडा  | 
 तमिलनाडु  | 
 भारवहन  | 
(स्रोतः एनबीएजीआर; http://14.139.252.116/agris/breed.aspx)
            
	



