खोआ तथा खोआ-बेस्ड उत्पाद

खोआ

खोआ भारत का एक लोकप्रिय दुग्ध उत्पाद है। यह विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग नामों जैसे मावा, खोआ, पालगोवा, कावा इत्यादि से जाना जाता है। एनडीडीबी ने दुग्ध वाष्पीकरण इकाई तथा खोआ बनाने की मशीन का उपयोग करके खोआ उत्पादन के लिए प्रक्रिया विकसित की है। डेरी संयंत्र में कंडेंस्ड दूध इकाई की उपलब्धता होने पर उत्पादन लागत को कम किया जा सकता है।

सामान्य तापमान पर खोआ की उपयोग अवधि 2-3 दिन होती है। पार्चमेंट पेपर तथा पेपर बोर्ड बॉक्स में पैक करके प्रशीतित (8° सेल्सियस अथवा उससे कम) तापमान पर भंडारण की स्थिति में इसे एक सप्ताह तक उपयोग में लाया जा सकता है। इसे बेहतर पैकेजिंग और -18° सेल्सियस अथवा उससे कम तापमान पर भंडारण करके लंबी अवधि के लिए संरक्षित किया जा सकता है। 

पेड़ा

पेड़ा एक मिठाई है जिसे खोआ में शक्कर मिलाकर तैयार किया जाता है एवं इसे स्वादिष्ट बनाने के लिए इलायची, पिस्ता, केसर, इत्यादि मिश्रित किया जाता हैं।

एनडीडीबी ने पेड़ा उत्पादन की मशीनीकृत तकनीक विकसित की है जिसमें कम पूंजी निवेश की आवश्यकता होती है। वाष्पीकृत दूध अथवा खोआ विनिर्माण कर रही डेरियाँ, इस उत्पाद को आसानी से अपना सकती हैं। पॉलिथीन बैग अथवा पार्चमेंट पेपर वाले पेपर बोर्ड बक्से में पैक किए गए उत्पाद की उपयोग अवधि (शेल्फ लाइफ) सामान्य तापमान पर 7 दिन तथा प्रशीतन तापमान ( सेल्सियस अथवा उससे कम) भंडारण करने पर 30 दिन है।

गुलाबजामुन

गुलाबजामुन भारत भर में एक लोकप्रिय खोआ-बेस्ड उत्पाद है। गुलाबजामुन बनाने की परंपरागत विधि में खोआ, मैदा और बेकिंग पाउडर को समरूप और चिकना गूँथना, लोई की गोलियां बनाना, गोलियों को परिष्कृत वनस्पति तेल या घी में तलना तथा चाशनी मे डुबोना शामिल है।

एनडीडीबी ने गुलाबजामुन उत्पादन की मशीनीकृत तकनीक विकसित की है। यह प्रक्रिया आटा गूँथने के चरण से लेकर तलने की प्रक्रिया तक पूरी तरह से स्वचालित है, जिसमें गोलियां बनाने की प्रक्रिया भी शामिल है। टिन कंटेनर में पैक किए जाने पर और कमरे के तापमान पर भंडारण किए जाने पर इस उत्पाद की उपयोग अवधि (शेल्फ लाइफ) 9 महीने है।